कीन्ही दया तहं करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥ आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥ नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा। सुबह सुबह ले शिव का नाम, कर ले बन्दे ये शुभ काम पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥ ॐ नमः शिवाय, https://jaibhole.co.in/home/Shree-Shiv-Chalisa
Shiv Chaisa Secrets
Internet 2 hours 14 minutes ago brucex604pst1Web Directory Categories
Web Directory Search
New Site Listings